Friday, January 26, 2024

यूं सफ़र-ए-हयात का अंजाम लिख दिया

 



यूं सफ़र-ए-हयात का अंजाम लिख दिया 
हर ख़ुशी हर ग़म पे तेरा नाम लिख दिया 


ख़ुद को ख़त लिखते रहे तेरे नाम के 
आख़िरी अलविदा भी कल शाम लिख दिया 


रात भर सोचा किए न सोचेंगे उन्हें  
सुबह सुबह उन्हीं को सलाम लिख दिया 


हिक़ारत के अल्फ़ाज़ निचोड़कर मैंने
उस सियाही से नया कलाम लिख दिया 


गुनाह जिस जिस के अपने सिर लिये 
सलीब पे उस उस ने मेरा नाम लिख दिया 

***

Wednesday, January 24, 2024

وں سفر حیات کا انجام لکھ دیا


وں سفر حیات کا انجام لکھ دیا 

 ہر خوشی ہر غم پہ تیرا نام لکھ دیا 


خود کو خط لکھتے رہے تیرے نام کے 

 آخری الوداع بھی کل شام لکھ دیا 


رات بھر سوچا کیے نہ سوچینگے انہیں 

 صبح صبح انہیں کو سلام لکھ دیا 


حقارت کے الفاظ نچوڑ کر میں نے 

 اس سیاہی سے نیا کلام لکھ دیا 


گناہ جس جس کے اپنے سر لیے 

 صلیب پہ اس اس نے میرا نام لکھ دیا


 ***

Monday, January 15, 2024

इक हादसा-सा कुछ टल गया


इक हादसा-सा कुछ टल गया 

आज का दिन भी यूं ढल गया 


पता तो उसका आज भी वही है 

शख़्स जो वां था, बदल गया 


ख़ुशियां होतीं तो जा चुकी होतीं 

वो तो ग़म था जो पल गया 


होंठ मुस्कराते मुस्कराते गए 

भीतर जो दिल था, जल गया 


उनकी मसीहाई से बचते रहे लेकिन 

एक दिन उनका ख़ंजर चल गया 


*** - ***


اک حادثہ سا کچھ ٹل گیا 

آج کا دن بھی یوں ڈھل گیا 


پتا تو اسکا آج بھی وہی ہے 

شخص جو واں تھا، بدل گیا 


خوشیاں ہوتیں تو جا چکی ہوتیں  

وہ تو غم تھا جو پل گیا  


ہونٹھ مسکراتے مسکراتے گئے 

بھیتر جو دل تھا، جل گیا 


مسیحائی سے انکی بچتے رہے لیکن 

ایک دن انکا خنجر چل گیا